
दालों के नाम हिंदी और इंग्लिश में ▷ Pulses Name : दलिया परिवार में दलहन कुछ पौधों के सूखे खाद्य बीज होते हैं। दालें और बीन्स जैसे दालें प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत हैं और एक स्वस्थ आहार का हिस्सा हैं।
आशा करते है की ये आपके लिए बहुत ही हेल्पफुल होंगे.
दालों के नाम बताइए Pulses Name
1. मसूर दाल (Lentil Pulse) – मसूर की दाल को पकने में अधिक समय लगता है। इस दाल में फाइबर और प्रोटीन भरपूर होता है। अगर आपको कब्ज है तो मसूर दाल की बनी सब्जी जरूर खाइये। मसूर की दाल मुख्यतः तीन प्रकार की होती है। काली मसूर दाल, हरा मसूर, लाल मसूर दाल मुख्य है। भारत देश में इस दाल का उत्पादन सर्वोधिक होता है।
2. उड़द दाल (Black Gram) – उड़द की दाल काली होती है लेकिन धुली हुई दाल सफेद है। उड़द में प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट होते है। इस दाल की सब्जी बहुतायत से बनाई जाती है। यह साबुत, बिना छिलके वाली होती है। इस दाल में आयरन भी प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसलिए उड़द की दाल खून की मात्रा को बढ़ाती है।
3. चना दाल (Chickpea Pulse) – यह दाल साबुत चना की दलहन से बनती है। चना कई प्रकार का होता है। इसमें काबुली चना आता है जिसे छोले भी कहते है। इसके अलावा काले चने आते है। चना दाल सबसे सस्ती दाल है जो बाजार में आसानी से मिल जाती है। चना दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स होते है। इस दाल में फाइबर की मौजूदगी होती है जो कब्ज में लाभदायक है। इसके नुकसान में एसिडिटी की शिकायत होती है। चना की दाल को पीसकर बेसन बनाया जाता है। भारत देश में सबसे अधिक चना उत्पादन होता है।
4. मूंग दाल (Gram Split) – मूंग की दाल अन्य दालों के मुकाबले जल्दी पक जाती है। यह खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतनी ही फायदेमंद भी है। मूंग दाल की खिचड़ी भी बनाई जाती है। इस दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स इत्यादि पोषक तत्व होते है। मूंग दाल हरे और पीले रंग की होती है। मूंग को दलकर इसके टुकड़े करके दाल बनाई जाती है।
5. अरहर की दाल (Pigeon Pea) – अरहर की दाल को तुअर की दाल भी कहते है। यह सबसे स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक दाल है। इस दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स और विटामिन्स भरपूर होते है। यह दाल कब्ज में फायदेमंद नही है लेकिन प्रोटीन का मुख्य स्रोत है। भारत देश में अरहर का अधिक मात्रा में उत्पादन होता है।
6. कुल्थी दाल (Horse Gram) – इसे आम भाषा में कुलद भी कहते है। कुल्थी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स पाये जाते है। पथरी जैसी समस्या में कुल्थी फायदेमंद है। इस दाल की सब्जी भी बनाई जाती है।
7. सोयाबीन (Soybean) – सोयाबीन की सब्जी से ज्यादा इसका तेल प्रसिद्ध है। वैसे यह दलहन नही है लेकिन बीन्स की श्रेणी में आता है। एक रोचक बात यह भी है की सोयाबीन से तेल नहीं निकलता है लेकिन इसके नाम का तेल बाजार में बहुत चलता है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट भरपूर होते है। इसकी बनी सब्जी को शाकाहारी मांस भी कहते है। सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन अमेरिका में होता है।
8. साबूदाना (Sago) – यह सफेद रंग का होता है। वैसे साबूदाना की खीर भी बनाते है। यह नरम और स्पंज प्रकृति का होता है। साबूदाना सेगो पेड़ के तने के गुदा से बनता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और विटामिन्स होते है।
9. राजमा (Kidney Bean) – राजमा की सब्जी दाल की तरह बनती है। इसे चावल के साथ खाया जाता है। इसमें भी प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होता है। भारत देश में भी राजमा की खेती की जाती है।
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